नागरिकता कानून पर देशभर में जारी प्रदर्शन पर वर्ल्ड मीडिया ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। हिंसक प्रदर्शन और कानून को लेकर वर्ल्ड ने कहा कि इस कानून से मोदी की कट्टर छवि सामने आई। इसने भारतीय लोकतंत्र के मूल सिद्धांत को कमजोर किया। यह पहला ऐसा कदम है, जिसने नागरिकता को धर्म से जोड़ा है। मोदी ने बहुमत से सरकार बनाई, लेकिन उनकी सरकार में यह अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन है, जो लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
न्यूयॉर्क टाइम्स
इस कानून से मोदी की कट्टर छवि स्पष्ट रूप से सामने आई। नागरिकता बिल पहला कदम है, जिसने भारतीय लोकतंत्र के मूल सिद्धांत को कमजोर किया। मानवाधिकार समूहों और कई देशों की सरकारों ने इस कानून की आलोचना भी की। अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत से अपील की है कि वह लोकतांत्रिक मूल्यों को ध्यान में रखकर अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करे। विरोध ने जाहिर कर दिया है कि भारत के लोग हिंदू-राष्ट्रवादी एजेंडे को आगे बढ़ाने की अनुमति नहीं देंगे। इस कानून को सुप्रीम कोर्ट में रोका जा सकता है। इस मामले में जनवरी में सुनवाई होनी है। यह कानून भारतीय लोकतंत्र के लिए खतरा है।